शराब चोरी के आरोप में दरोगा सहित 7 पुलिसकर्मी गिरफ्तार…यह किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि बिहार के वैशाली की सच्ची घटना है। दरअसल वैशाली जिला के महुआ थाना क्षेत्र में ALTF 03 के आवासन क्षेत्र में शराब की मौजूदगी की गुप्त सूचना पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय को मिली थी। उक्त सूचना के आधार पर जब एसपी राय ने छापामारी की तो वहां अनाधिकृत रूप से शराब रखा हुआ था।
इतनी मात्रा में शराब मिली…
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लगभग 32 लीटर देशी शराब और 500 ML विदेशी शराब था। कहा जाता है कि जब ये लोग शराब बरामद करते थे तो उनमें से कुछ शराब खुद के लिए या फिर बेचने के लिए अपने आवासीय परिसर में छिपाकर रख लेते थे। जिसकी सूचना किसी ने पुलिस अधीक्षक को दे दी।
क्या होता है ALTF…
दरअसल जिला में शराबबंदी को कारगर बनाने के उद्देश्य से वैशाली जिला में एंटी लीकर टास्क फोर्स ( ALTF) का गठन किया गया था। बताते चलें कि ALTF के 6 टीमें वैशाली में तैनात हैं।
किनकी – किनकी गिरफ्तारी हुई…..
पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में ALTF के दरोगा(SI) निशार अहमद , सिपाही प्रिया रानी, मुकेश कुमार, वाहन चालक मंतोष कुमार और होम गार्ड के 3 जवान महेश राय, रामप्रवेश सिंह और रत्नेश कुमार की FIR के बाद गिरफ्तारी हुई। बिहार में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर शराब घोटाला के कारण पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हुई है।